| वादियों में बिखरी है सुकून की तरह |
| मोहब्बतों में उतरी
है जुनून की तरह |
| पहली बारिश में
सोंधी मिट्टी की महक |
| चिडिया के घोसलें
में बच्चों की चहक |
| कफस के झरोखे से
सुबह की आवाज़ |
| सहमे से नन्हे परों
की पहली परवाज़ |
| आसमानों के हौसलों
को चुनौती बनी |
| एक छोटी बेनाम आवारा
बदली |
| कांपती शबनम की कोई
बूँद सहमी |
| खुशबू लुटाने को
बेताब अधखिली कली |
| बेआवाज़ खामोश कई कई
रंगों में |
| कभी जलती कभी बुझती
पिघलती शमा है वो |
| भादों की गीली रात
बादलों के झुरमुट |
| तारों से छुपता
छुपाता पूनम का चन्दा है वो |
| उलझी है रिश्तों में
तिलिस्म की तरह |
| शायर के खयालों के
जिस्म की तरह |
| पत्थरों पे खेलती
पहाड़ी नदिया के जैसे |
| हज़ार फितने जगाती
मौजे दरिया के जैसे |
| बीती सदियों के
रंगीन किस्से |
| आगे के वक्तों की
रूमानी कहानी |
| नींद है ख़्वाब है
हौसला है वो |
| वही है ज़िंदगी वही
है दीवा...नी |