पंछी करे न चाकरी अजगर करे न काम |
सत्य वचन है भाई |
अब देखो हमारे देश में आजकल |
कुछ हैं जो अजगर की तरह |
छीन झपट जोर जबरदस्ती से |
भर लेते हैं पेट |
और बाकी |
जिनकी औकात नहीं है ऐसा करने की |
टूंगते रहते हैं चिड़िया जैसे जो मिल जाये |
अगर मिल जाये |
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