चारा खाना तो पुरानी बात हो गई |
फिर इन्होने स्पेक्ट्रम खाया |
अभी अभी खनिज लोहा |
पचा भी नहीं था |
इनने कोयला खाना शुरू कर दिया |
ये मेनू तो बड़ी बड़ी दावतों का है |
छोटी छोटी और चीजें तो खैर |
ये खाते ही रहे बीच बीच में |
तोपें ताबूत गोले बारूद |
बालू बजरी हवाई जहाज |
पुल जमीनें सड़कें खाद |
रुपया तो बीच बीच में |
बिटविन द मील्स |
बिफोर द मील्स |
आफ्टर द मील्स |
और हाजमा इनका गज़ब का है दोस्तों |
सब पचा डालते हैं |
निकालते कुछ भी नहीं |
जीरो लॉस |
Wednesday, 12 September 2012
जीरो लॉस
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