अब देखना
सब पता चल जायेगा
कैसे बना ये सब कुछ
बस ज़रा सी देर में पकड़ के बैठा लेंगे सामने
बनाने वाले को
सब उगलवा लेंगे उससे देखना
कहाँ क्या है पूछेंगे
बताना ही पडेगा
नहीं तो खींचेगे कान
टूजी का रुपया कहाँ है
आदर्श के मकान सच्ची में किसके हैं
खेलों का खेला टाँय टाँय फिस्स कौन किया
और जहाँ ये सब पूछताछ चलेगी
वहीं ऊपर अनाप शनाप रुपया
यहाँ से चुरा चुरा के कौन धरा है बैंको में
नौटंकी तो देखो
जेल भेजो फिर निकाल लो
तू तू मैं मैं करो
भोंपू की तरह रात दिन बजते रहो टीवी पे
इधर कुर्सी छुड़ा लेओ
उधर से घुसेड़ लेओ फिर कहीं चुराने खाने को
बट्टे पे ठोंक दो इल्जाम हर चमारी का
फिर कभी चट्टे की भी आएगी बारी
बनाए रहो नोट गिने रहो वोट
बारी बारी से
कोई खोले मुंह तो घुसेड दो रुपया
कहीं वो भूल चूक से सत्याहारी हो
न खाता हो रुपया
तो डाल देओ डंडा
गज़ब तमाशा चल रहा है
वैसे तो अभी बड़े बड़े वैज्ञानिक लोग
लगें है सी बी आई की तर्ज़ पे पूछताछ में
लेकिन कभी अगर मिला मौका
तो पूछेंगे हम भी गाड पार्टिकल से कि
महाराज
काहे बनाए ये सब
और बनाने की ऐसी खुजली थी तो ऐसा काहे बनाए
भांग खाए रहो का ?
सब पता चल जायेगा
कैसे बना ये सब कुछ
बस ज़रा सी देर में पकड़ के बैठा लेंगे सामने
बनाने वाले को
सब उगलवा लेंगे उससे देखना
कहाँ क्या है पूछेंगे
बताना ही पडेगा
नहीं तो खींचेगे कान
टूजी का रुपया कहाँ है
आदर्श के मकान सच्ची में किसके हैं
खेलों का खेला टाँय टाँय फिस्स कौन किया
और जहाँ ये सब पूछताछ चलेगी
वहीं ऊपर अनाप शनाप रुपया
यहाँ से चुरा चुरा के कौन धरा है बैंको में
नौटंकी तो देखो
जेल भेजो फिर निकाल लो
तू तू मैं मैं करो
भोंपू की तरह रात दिन बजते रहो टीवी पे
इधर कुर्सी छुड़ा लेओ
उधर से घुसेड़ लेओ फिर कहीं चुराने खाने को
बट्टे पे ठोंक दो इल्जाम हर चमारी का
फिर कभी चट्टे की भी आएगी बारी
बनाए रहो नोट गिने रहो वोट
बारी बारी से
कोई खोले मुंह तो घुसेड दो रुपया
कहीं वो भूल चूक से सत्याहारी हो
न खाता हो रुपया
तो डाल देओ डंडा
गज़ब तमाशा चल रहा है
वैसे तो अभी बड़े बड़े वैज्ञानिक लोग
लगें है सी बी आई की तर्ज़ पे पूछताछ में
लेकिन कभी अगर मिला मौका
तो पूछेंगे हम भी गाड पार्टिकल से कि
महाराज
काहे बनाए ये सब
और बनाने की ऐसी खुजली थी तो ऐसा काहे बनाए
भांग खाए रहो का ?
No comments:
Post a Comment