Thursday, 5 July 2012

हिग्स बोसान

अब देखना

सब पता चल जायेगा

कैसे बना ये सब कुछ

बस ज़रा सी देर में पकड़ के बैठा लेंगे सामने

बनाने वाले को

सब उगलवा लेंगे उससे देखना

कहाँ क्या है पूछेंगे

बताना ही पडेगा

नहीं तो खींचेगे कान

टूजी का रुपया कहाँ है

आदर्श के मकान सच्ची में किसके हैं

खेलों का खेला टाँय टाँय फिस्स कौन किया

और जहाँ ये सब पूछताछ चलेगी

वहीं ऊपर अनाप शनाप रुपया

यहाँ से चुरा चुरा के कौन धरा है बैंको में

नौटंकी तो देखो

जेल भेजो फिर निकाल लो

तू तू मैं मैं करो

भोंपू की तरह रात दिन बजते रहो टीवी पे

इधर कुर्सी छुड़ा लेओ

उधर से घुसेड़ लेओ फिर कहीं चुराने खाने को

बट्टे पे ठोंक दो इल्जाम हर चमारी का

फिर कभी चट्टे की भी आएगी बारी

बनाए रहो नोट गिने रहो वोट

बारी बारी से

कोई खोले मुंह तो घुसेड दो रुपया

कहीं वो भूल चूक से सत्याहारी हो

न खाता हो रुपया

तो डाल देओ डंडा

गज़ब तमाशा चल रहा है

वैसे तो अभी बड़े बड़े वैज्ञानिक लोग

लगें है सी बी आई की तर्ज़ पे पूछताछ में

लेकिन कभी अगर मिला मौका

तो पूछेंगे हम भी गाड पार्टिकल से कि

महाराज

काहे बनाए ये सब

और बनाने की ऐसी खुजली थी तो ऐसा काहे बनाए

भांग खाए रहो का ?

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