खाना ही तो बनाती है
यहाँ वहाँ से कपडे उठा कर रख देती है
दरवाजे की घंटी सबसे पहले वही सुनती है
रात को भी
साफ़ सफाई ज़रा ये ज़रा वो
ये सब भी कोई काम हैं भला
किसी से करवा लो
नौकर चाकर के से काम हैं ये तो
बीमार तो खैर वो पड़ती ही नहीं है
लेकिन जब कभी ज़रा देर को
वो नहीं होती
तो होता कुछ नहीं है घर में
यहाँ वहाँ से कपडे उठा कर रख देती है
दरवाजे की घंटी सबसे पहले वही सुनती है
रात को भी
साफ़ सफाई ज़रा ये ज़रा वो
ये सब भी कोई काम हैं भला
किसी से करवा लो
नौकर चाकर के से काम हैं ये तो
बीमार तो खैर वो पड़ती ही नहीं है
लेकिन जब कभी ज़रा देर को
वो नहीं होती
तो होता कुछ नहीं है घर में
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