दूध की नदियाँ बहती थी मेरे देश में
सोने की चिडियाँ रहती थी मेरे देश में
पूर्वजों ने अपने किया दुनिया में नाम
आज के नेताओं ने कर डाला बदनाम
उस इज्जत को रिश्वत के घुन खा रहे हैं
हम देश की महानता के गुन गा रहे हैं
यहाँ मुर्दे दिखा रहें हैं मुर्दों को रास्ते
कफ़न बेच डालते हैं रोटी के वास्ते
सरेआम चौराहों पे जिंदगी पिट रही है
इंसानियत होके अधमरी घिसट रही है
चोर उचक्के बेईमान गुलछर्रे उड़ा रहे हैं
हम देश की महानता के गुन गा रहे हैं
बिना नोटों के वोटो को पाओ तो जाने
कुछ भला भी करके दिखाओ तो जाने
रोटी को इज्जत से कमाओ तो जाने
बड़प्पन से शासन चलाओ तो जाने
वे गुंडों और डंडों का जोर आजमा रहे हैं
हम देश की महानता के गुन गा रहे हैं
सोने की चिडियाँ रहती थी मेरे देश में
पूर्वजों ने अपने किया दुनिया में नाम
आज के नेताओं ने कर डाला बदनाम
उस इज्जत को रिश्वत के घुन खा रहे हैं
हम देश की महानता के गुन गा रहे हैं
यहाँ मुर्दे दिखा रहें हैं मुर्दों को रास्ते
कफ़न बेच डालते हैं रोटी के वास्ते
सरेआम चौराहों पे जिंदगी पिट रही है
इंसानियत होके अधमरी घिसट रही है
चोर उचक्के बेईमान गुलछर्रे उड़ा रहे हैं
हम देश की महानता के गुन गा रहे हैं
बिना नोटों के वोटो को पाओ तो जाने
कुछ भला भी करके दिखाओ तो जाने
रोटी को इज्जत से कमाओ तो जाने
बड़प्पन से शासन चलाओ तो जाने
वे गुंडों और डंडों का जोर आजमा रहे हैं
हम देश की महानता के गुन गा रहे हैं
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