बैठा रहा
उसके पहलू में
फिर सरककर
आसमान पर
टंग गया चाँद
सुबकती रही रात
देर तक
फिर सर रखकर
उसके काँधे पर सो गई
डेरे उठाकर
लौट गए सितारे
कुछ समय अब
सूरज का
चलेगा दौर
उसके पहलू में
फिर सरककर
आसमान पर
टंग गया चाँद
सुबकती रही रात
देर तक
फिर सर रखकर
उसके काँधे पर सो गई
डेरे उठाकर
लौट गए सितारे
कुछ समय अब
सूरज का
चलेगा दौर
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