Wednesday, 27 January 2010

किस्मत

मेरी किस्मत मे लिख दो
एक टुकड़ा चाँदनी
अँधियारी रातों को
लिख दो अलसाये फ़ागुन के दिन
कुछ सपने सतरंगे
मीठी नींद ज़रा सी
रुनझुन पायल चूड़ी खनखन
थोड़े से झूले सावन के
सुबह के हवा की खुशबू
चटकीले बादल के रंग
पहली बारिश का सोंधापन
आग बरसते आसमान में
पल भर छाया शीतल लिख दो
ठिठुरते दिनो मे लिख दो
आँगन भर भर धूप
प्रियतम एक मधुमास लिख दो मेरे नाम
मन मंदिर में अपने लिख दो मेरा नाम

No comments:

Post a Comment